गांव की प्यारी प्रेम कहानी: गोल्डन और चन्द्रमा
गांव की प्यारी प्रेम कहानी: गोल्डन और चन्द्रमा
पहली मुलाकात:
बिहार के छोटे से गांव हरिपुर में गोलडन कुमारी रहती थी। वह अपनी सादगी, मृदुल स्वभाव और मेहनती व्यक्तित्व के लिए जानी जाती थी। पूजा रोज सुबह स्कूल में पढ़ने जाती थी। वहीं चन्द्रमा, जो पास सकलखोरी के गांव से आया था,
एक दिन गोल्डन और चन्द्रमा की पहली मुलाका स्कूल मे हुई, जब गोल्डन के पेन घर पर छूट गया। चन्द्रमा ने उसकी मदद की और उसे पेन दिया। यही उनकी कहानी की शुरुआत थी।
दोस्ती का रिश्ता:
इसके बाद गोल्डन और चन्द्रमा मुलाकातें बढ़ने लगीं। चन्द्रमा ने पढ़ाओ के मामले में गोल्डन की मदद करनी शुरू की। गोल्डनऔर चन्द्रमा धीरे दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई, जिसे स्कूल के लोग भी नोटिस करने लगे।
प्यार का एहसास:
एक दिन गांव के मंदिर में पूजा हो रही थी। गोल्डन ने अपनी साड़ी से दीपक जलाया, और चन्द्रमा खूबसूरती में खो गया। उसी पल उसे एहसास हुआ कि वह गोल्डन से प्यार करने लगा है। दूसरी ओर, गोल्डन भी चन्द्रमा स्वभाव और ईमानदारी से प्रभावित थी।
प्यार का इजहार:
चन्द्रमा ने एक दिन साहस जुटाकर गोल्डन से कहा, "तुम्हारी मुस्कान मेरे लिए सूरज की रोशनी जैसी है। क्या तुम मेरी जिंदगी का हिस्सा बनोगी?" गोल्डन ने थोड़ी झिझक के बाद कहा, "मैंने भी हमेशा तुम्हारे साथ अपना भविष्य देखा है।"
कठिनाइयां:
लेकिन उनकी राह इतनी आसान नहीं थी। गोल्डन के पिता उसकी शादी एक अमीर परिवार में करना चाहते थे, जो शहर में रहता था। चन्द्रमा को यह सुनकर बहुत दुःख हुआ, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने गोल्डन के पिता को यह साबित करने लिए कहा लेकिन उसके पिता कहा मानेवाले थे .
उसी समय गोल्डन और चन्द्रमा को अलग होना पड़ा
तथा
चन्द्रमा से कोसो दू चली गई.........
नही पता है गोल्डन को नहीं पता है चन्द्रमा कोदोनो लोग कहा बिछड़ गए
लेकिन चन्द्रमा को आशा है कि मरने से पहले वह जरूर मिलेगे...........
प्यार की हार......
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें